दोस्तों, क्या आप भी नौकरी के चक्कर में परेशान हैं? हर दिन सैकड़ों जगह फॉर्म भरते हो, इंटरव्यू देते हो, पर नौकरी नहीं मिलती? मेरे दोस्त विकास की भी यही कहानी थी। इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर 3 साल भटकते रहे। फिर एक दिन उन्होंने सोचा – क्यों न कुछ अपना शुरू करूं? आज वे स्ट्रॉबेरी की खेती करते हैं और महीने के 80,000 रुपये कमा रहे हैं।
यही हाल आज देश के करोड़ों युवाओं का है। पढ़े-लिखे हैं पर बेरोजगार हैं। लेकिन खेती में इतने मौके हैं कि अगर थोड़ी सी मेहनत और सही दिशा मिल जाए तो युवा अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। इसी सोच के साथ सरकार ने self employment farming for youth 2026 india योजना शुरू की है जो युवाओं को खेती में अपना कारोबार शुरू करने के लिए हर तरह की मदद देती है।

Self Employment Farming for Youth क्या है?
यह योजना खासतौर पर उन युवाओं के लिए है जो नौकरी करने की जगह खुद का बॉस बनना चाहते हैं। इसमें सरकार आपको खेती आधारित व्यवसाय शुरू करने के लिए कर्ज देती है, प्रशिक्षण देती है, और सब्सिडी भी देती है।
सबसे बड़ी बात – आपको किसी के नीचे काम नहीं करना है। अपनी मर्जी से काम करो, अपने समय के मालिक बनो, और अच्छी कमाई करो। सरकार चाहती है कि युवा शहरों में भागने की जगह गांवों में ही रोजगार पैदा करें।
इस योजना में 5 लाख रुपये तक का कर्ज बहुत आसानी से मिल जाता है। ब्याज दर भी कम है – सिर्फ 4-6% सालाना। कुछ मामलों में तो 25-35% सब्सिडी भी मिलती है। मतलब साफ है – अगर आपके पास आइडिया है तो पैसे की चिंता मत करो।
इसे भी पढ़े – Kam Lagat Me Zyada Munafa Wali Kheti 2025 India: लाखों कमाने का आसान तरीका
Smart Farming Technology Scheme 2026 India: किसानों के लिए नई उम्मीद
Zero Budget Natural Farming Scheme 2026 India: प्रकृति के साथ खेती का नया तरीका
कौन-कौन से युवा पात्र हैं?
भाई, अगर आपकी उम्र 18 से 40 साल के बीच है और आप कुछ अपना करना चाहते हैं तो यह योजना आपके लिए है।
पात्रता की मुख्य शर्तें:
- उम्र 18 से 40 साल के बीच
- कम से कम 8वीं कक्षा पास (कुछ योजनाओं में)
- भारत का नागरिक
- खेती या खेती से जुड़ा व्यवसाय शुरू करने की इच्छा
- जमीन की उपलब्धता (अपनी या किराये की)
विशेष प्राथमिकता:
- महिला उद्यमी (30-35% आरक्षण)
- अनुसूचित जाति-जनजाति के युवा
- बेरोजगार स्नातक और परास्नातक
- किसान परिवार के युवा जो नया काम शुरू करना चाहते हैं
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (5 लाख से कम सालाना आय)
खास बात यह है कि अगर आप पढ़े-लिखे हैं लेकिन गांव में रहना चाहते हैं तो यह योजना सोने जैसी है। शहर की भाग-दौड़ से बेहतर है गांव में शांति से अपना काम करना।
मुझे याद है जब मेरी बहन की बेटी ने एमबीए करने के बाद मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ दी। सब बोले – “पागल हो गई क्या?” लेकिन उसने self employment farming for youth 2026 india के तहत ऑर्गेनिक फूड का बिजनेस शुरू किया। आज वह शहर के 200 परिवारों को जैविक राशन सप्लाई करती है। महीने की 1.2 लाख रुपये कमाती है और अपनी मर्जी की मालकिन है।
Self Employment Farming for Youth 2026 के जबरदस्त फायदे
भाई साहब, इस योजना के फायदे सुनकर आप खुशी से नाच उठेंगे। पहला फायदा तो यही कि आप अपने बॉस खुद बनते हैं!
प्रमुख लाभ:
आसान कर्ज: बिना किसी झंझट के 5 लाख रुपये तक का कर्ज मिलता है। बड़ी परियोजना के लिए 10-15 लाख भी मिल सकते हैं। सबसे अच्छी बात – कोई गारंटर की जरूरत नहीं (कुछ बैंकों में)।
कम ब्याज दर: सामान्य कर्ज में 12-14% ब्याज लगता है लेकिन इसमें सिर्फ 4-6% ब्याज। युवा उद्यमियों के लिए यह दर और भी कम हो सकती है।
भारी सब्सिडी: एससी-एसटी वर्ग के युवाओं को 35% तक सब्सिडी मिलती है। सामान्य वर्ग को 25% तक। महिलाओं को अतिरिक्त 5% की छूट।
मुफ्त प्रशिक्षण: व्यवसाय शुरू करने से पहले 15-30 दिन की मुफ्त ट्रेनिंग मिलती है। उसमें बिजनेस प्लान बनाना, मार्केटिंग करना, खाता-बही रखना – सब सिखाया जाता है।
मार्केटिंग में सहायता: सरकार आपके उत्पाद को बेचने में भी मदद करती है। कृषि मंडी में स्टॉल मिलता है, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ाव होता है।
तकनीकी मदद: कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ समय-समय पर आपके फार्म का निरीक्षण करते हैं। कोई समस्या हो तो तुरंत मदद मिलती है।
बीमा कवरेज: आपके व्यवसाय और फसल का बीमा भी होता है। कोई नुकसान हुआ तो बीमा कंपनी भरपाई करती है।
देखिए, मेरे गांव के अमित भाई ने बीकॉम के बाद मधुमक्खी पालन शुरू किया था। self employment farming for youth 2026 india से 1.5 लाख रुपये का कर्ज लिया और 50,000 रुपये की सब्सिडी मिली। आज 80 बॉक्स हैं। शहद, मोम, रॉयल जेली – सब बेचते हैं। साल में 6-7 लाख रुपये की कमाई। वे बोलते हैं – “नौकरी में तो 20,000 रुपये मिलते, यहां महीने के 50,000 से ज्यादा कमा रहा हूं।”
किन व्यवसायों में मिलती है मदद?
यह योजना लगभग सभी कृषि आधारित व्यवसायों को कवर करती है। देखिए क्या-क्या कर सकते हैं:
उच्च लाभ वाली खेती:
- मशरूम की खेती (30,000-60,000 रुपये प्रति माह)
- स्ट्रॉबेरी और विदेशी फल (50,000-1 लाख प्रति माह)
- जैविक सब्जियां (40,000-80,000 रुपये प्रति माह)
- फूलों की खेती (35,000-70,000 रुपये प्रति माह)
- औषधीय पौधे (40,000-90,000 रुपये प्रति माह)
पशुपालन व्यवसाय:
- डेयरी फार्मिंग (40,000-1 लाख प्रति माह)
- बकरी पालन (25,000-50,000 रुपये प्रति माह)
- मुर्गी पालन (35,000-70,000 रुपये प्रति माह)
- मछली पालन (30,000-60,000 रुपये प्रति माह)
- मधुमक्खी पालन (20,000-50,000 रुपये प्रति माह)
कृषि प्रसंस्करण:
- अचार-पापड़ बनाना
- फल-सब्जी सुखाना
- जूस और जैम बनाना
- आटा चक्की
- तेल निकालने की यूनिट
आधुनिक खेती:
- पॉलीहाउस फार्मिंग (50,000-1.5 लाख प्रति माह)
- हाइड्रोपोनिक्स (40,000-80,000 रुपये प्रति माह)
- वर्टिकल फार्मिंग (35,000-70,000 रुपये प्रति माह)
- ड्रोन सेवाएं (40,000-1 लाख प्रति माह)
अन्य व्यवसाय:
- नर्सरी का काम (25,000-60,000 रुपये प्रति माह)
- वर्मी कंपोस्ट बनाना (20,000-45,000 रुपये प्रति माह)
- बीज उत्पादन (30,000-70,000 रुपये प्रति माह)
- एग्री टूरिज्म (50,000-1.5 लाख प्रति माह)
हर व्यवसाय की शुरुआती लागत और मुनाफा अलग-अलग है। अपनी रुचि और क्षमता के हिसाब से चुनें।
कितना कर्ज और कितनी सब्सिडी मिलेगी?
यह आपके व्यवसाय के प्रकार पर निर्भर करता है:
छोटे व्यवसाय (1-2 लाख रुपये):
- कर्ज: 1-2 लाख रुपये
- सब्सिडी: 25,000-50,000 रुपये
- खुद का योगदान: 10-15%
मध्यम व्यवसाय (3-5 लाख रुपये):
- कर्ज: 3-5 लाख रुपये
- सब्सिडी: 75,000-1.5 लाख रुपये
- खुद का योगदान: 10-15%
बड़े व्यवसाय (10-15 लाख रुपये):
- कर्ज: 10-15 लाख रुपये
- सब्सिडी: 2.5-4 लाख रुपये
- खुद का योगदान: 15-20%
सब्सिडी की रकम सीधे आपके खाते में आती है या कर्ज से काट ली जाती है।
जरूरी कागजात की पूरी लिस्ट
आवेदन के लिए ये दस्तावेज चाहिए:
पहचान के कागजात:
- आधार कार्ड (अनिवार्य)
- पैन कार्ड (जरूरी)
- वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट साइज फोटो (6-8 तस्वीरें)
शैक्षिक प्रमाण:
- 8वीं/10वीं/12वीं की मार्कशीट
- डिग्री या डिप्लोमा (अगर हो)
- तकनीकी प्रशिक्षण सर्टिफिकेट (अगर लिया हो)
आर्थिक कागजात:
- बैंक खाते की पासबुक (6 महीने का स्टेटमेंट)
- आय प्रमाण पत्र
- संपत्ति का विवरण (अगर हो)
व्यवसाय से जुड़े:
- बिजनेस प्लान (विस्तृत योजना)
- जमीन के कागजात (खसरा-खतौनी)
- किराया एग्रीमेंट (किराये की जमीन हो तो)
- प्रोजेक्ट रिपोर्ट
अन्य आवश्यक:
- जाति प्रमाण पत्र (एससी-एसटी-ओबीसी के लिए)
- निवास प्रमाण पत्र
- बेरोजगारी भत्ता कार्ड (अगर हो)
सभी कागजातों की असली और 2-2 फोटोकॉपी रखें।
Self Employment Farming for Youth के लिए आवेदन कैसे करें?
अब सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा – आवेदन प्रक्रिया। मैं आपको बिल्कुल आसान तरीके से समझाता हूं:
पूरी प्रक्रिया स्टेप बाय स्टेप:
Step 1: बिजनेस प्लान बनाएं
सबसे पहले यह तय करें कि आप क्या करना चाहते हैं। एक अच्छा बिजनेस प्लान बनाएं जिसमें हो:
- क्या व्यवसाय शुरू करेंगे
- कितना खर्च आएगा
- कहां से सामान खरीदेंगे
- कहां बेचेंगे
- कितना मुनाफा होगा
- कर्ज कैसे चुकाएंगे
यह प्लान 5-10 पन्नों का होना चाहिए। अगर लिखने में दिक्कत हो तो कृषि विज्ञान केंद्र के लोग मदद करेंगे।
Step 2: सही योजना चुनें
self employment farming for youth 2026 india के अंतर्गत कई योजनाएं हैं:
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
- नाबार्ड युवा कृषि उद्यमिता योजना
- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
- स्टार्टअप इंडिया योजना
अपने व्यवसाय के हिसाब से सही योजना चुनें।
Step 3: बैंक या कृषि कार्यालय जाएं
अपने नजदीकी बैंक (एसबीआई, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा आदि) या जिला कृषि कार्यालय जाएं। बोलिए – “मुझे self employment farming for youth 2026 india योजना के बारे में जानना है।”
Step 4: फॉर्म भरें
बैंक या कृषि कार्यालय से फॉर्म लें। ध्यान से भरें:
- अपनी पूरी जानकारी
- व्यवसाय का विवरण
- कितना कर्ज चाहिए
- कितनी सब्सिडी की उम्मीद है
गलती से बचें। एक-एक जानकारी सही भरें।
Step 5: दस्तावेज जमा करें
फॉर्म के साथ सभी जरूरी कागजात लगाएं। एक फाइल में व्यवस्थित रखें। बिजनेस प्लान भी साथ में लगाएं।
Step 6: प्रशिक्षण लें
बैंक या कृषि विभाग आपको 15-30 दिन की ट्रेनिंग के लिए भेजेगा। यह अनिवार्य है। ट्रेनिंग में सीखेंगे:
- व्यवसाय कैसे शुरू करें
- मार्केटिंग कैसे करें
- खाता-बही कैसे रखें
- कानूनी औपचारिकताएं क्या हैं
Step 7: निरीक्षण के लिए तैयार रहें
बैंक या कृषि विभाग का अधिकारी आपकी जमीन या प्रस्तावित स्थल देखने आएगा। उसे सब कुछ दिखाएं और अपनी योजना समझाएं।
Step 8: मंजूरी का इंतजार
30-45 दिन में आवेदन की मंजूरी हो जाती है। अगर कुछ कमी रह गई तो बैंक आपको बुला लेगा।
Step 9: पैसा मिलना
मंजूरी के बाद पैसा किस्तों में मिलता है। पहली किस्त में 30-40% मिलता है। काम शुरू करने के बाद बाकी किस्तें मिलती हैं।
Step 10: व्यवसाय शुरू करें
पैसा मिलने के बाद काम शुरू करें। जो भी खर्च हो, उसकी रसीद संभाल कर रखें। बैंक को समय-समय पर प्रगति रिपोर्ट देनी होगी।
ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं:
- udyamimitra.in पर जाएं
- या नाबार्ड की वेबसाइट nabard.org पर
- ‘युवा उद्यमी’ सेक्शन में जाएं
- ऑनलाइन फॉर्म भरें
- कागजात अपलोड करें
लेकिन पहली बार तो बैंक या कृषि कार्यालय जाना ही बेहतर है।
सफल युवा उद्यमियों की प्रेरक कहानियां
पंजाब के करन ने बीटेक के बाद नौकरी नहीं ली। self employment farming for youth 2026 india से 4 लाख रुपये का कर्ज लेकर पॉलीहाउस लगाया। रंगीन शिमला मिर्च उगाते हैं। दिल्ली और चंडीगढ़ के बड़े होटलों को सप्लाई करते हैं। महीने की 90,000 से 1.2 लाख रुपये कमाई। 2 साल में कर्ज चुका दिया।
महाराष्ट्र की प्रिया ने एमबीए के बाद शहर की नौकरी छोड़ दी। गांव आकर ऑर्गेनिक फूड का स्टार्टअप शुरू किया। 3 लाख रुपये का कर्ज लिया। आज 50 किसानों से जैविक उत्पाद खरीदती हैं और शहर में बेचती हैं। ऑनलाइन भी बेचती हैं। महीने की 1-1.5 लाख रुपये कमाई। 15 लोगों को रोजगार दिया है।
राजस्थान के अंकित ने 12वीं के बाद मधुमक्खी पालन शुरू किया। 80,000 रुपये का कर्ज लिया। आज 150 बॉक्स हैं। शहद के अलावा मोम की मोमबत्तियां और कॉस्मेटिक भी बनाते हैं। ऑनलाइन बेचते हैं। साल में 8-9 लाख रुपये की कमाई।
महत्वपूर्ण सुझाव और सावधानियां
भाई, कुछ बातें बहुत जरूरी हैं:
- रिसर्च करें: किसी भी व्यवसाय में कूदने से पहले उसकी अच्छी तरह जानकारी लें
- छोटे से शुरू करें: पहली बार में बहुत बड़ा न सोचें। छोटे से शुरू करें, फिर बढ़ाएं
- मार्केट देखें: जो आप बनाएंगे, उसकी बिक्री की गारंटी पहले तय करें
- खर्च पर नियंत्रण: हर पैसे का हिसाब रखें। फिजूलखर्ची से बचें
- धैर्य रखें: पहले 6 महीने मुश्किल होते हैं। हिम्मत न हारें
- तकनीक अपनाएं: सोशल मीडिया, व्हाट्सएप बिजनेस, ऑनलाइन मार्केटप्लेस – सब का इस्तेमाल करें
- नेटवर्किंग करें: दूसरे युवा उद्यमियों से जुड़ें, अनुभव बांटें
- समय पर कर्ज चुकाएं: किस्त चूकने से क्रेडिट स्कोर खराब होता है
निष्कर्ष
भाइयों और बहनों, self employment farming for youth 2026 india युवाओं के लिए सोने की चिड़िया है। नौकरी के पीछे भागने से अच्छा है कि अपना खुद का व्यवसाय शुरू करें। आजादी भी मिलेगी और अच्छी कमाई भी।
खेती अब सिर्फ अनपढ़ों का काम नहीं रहा। पढ़े-लिखे युवा खेती को बिजनेस बना रहे हैं और करोड़ों कमा रहे हैं। बस जरूरत है सही सोच, सही योजना, और मेहनत करने की। सरकार हर तरह की मदद देने को तैयार है – कर्ज, सब्सिडी, प्रशिक्षण, मार्केटिंग, सब कुछ।
तो देर किस बात की? आज ही अपने बैंक या कृषि कार्यालय जाइए। अपने सपनों को पंख दीजिए। याद रखें – नौकरी देने वाला बनना, नौकरी लेने वाला नहीं। यही असली सफलता है!
जय किसान! जय युवा भारत!